११ दिसंबर २०११ को जिला स्कूल के ऐतिहासिक प्रशाल में दुमका जिले के आधुनिक सोच वाले शिक्षकों के द्वारा संघ का मूर्त रूप दिया गया /इस संगठन का सोच शिक्षकों का सम्मान की रक्षा , उसके गुरुत्व गुणों का विकास तथा दुमका के शैक्षणिक वातावरण में स्वर्णिम विकास करना है/बच्चों में स्वाभिक उच्च गुणों का विकास एवं चरित्र निर्माण हेतु मनोवैज्ञानिक वातावरण का निर्माण करना है/
Monday, January 9, 2012
शिक्षकों पर पंचायती व्यवस्था लागु करने का विरोध
शिक्षकों पर पंचायती व्यवस्था लागु करने का आखिल झारखण्ड प्राथामिक शिक्षक संघ विरोध करेगा /पंचायती व्यस्था के तहत शिक्षकों की सेवा पुस्तिका/ उपस्थिति विवरणी का अधिकार देने से शिक्षकों का मानसिक प्रतारणा बढ़ेगी सरकार के इस निर्णय का विरोध होगा /जरुरत परी तो शिक्षक सड़क पर उतरेंगे /